स्प्राऊट : एक नवीनतम जैविक उत्तेजक है| स्प्राऊट के पर्णिय छिड़काव से फसल में अस्पर्टिक एसिड, ग्लुटामिक एसिड, इंडोलअॅसिटिक एसिड, सायटोकाईनीन आदि की निर्मिती होकर अंगुर जैसी फसल में ज्यादा गुच्छों की निर्मिती होती है| मुख्य एवं सूक्ष्म पोषक तत्वोका शोषण एवं वहन ज्यादा होता है तथा एन्झाईम की निर्मिती गतिशील होती है| फोटोसिंथेसिस अधिक होने से आय.ए.ए. जैसे वृध्दी नियामको की निर्मिती जादा होती है| फलधारणा करने वाले संजीवको की निर्मिती होती है तथा स्पार्टिक एवं ग्लुटामिक एसिड की निर्मिती से फसल वातावरण में बदलाव को सह लेती है| स्प्राऊट में उपलब्ध एसीटील एवं थायोप्रोलीन यह सेंद्रीय तत्व संतुलित मात्रा में है तथा यह फसल एवं प्राणियों केलिए सुरक्षीत है|
पर्णीय छिड़काव : 1 मिली/लीटर पानी
डिपींग के लिए : 1.5 ते 2 मिली/लीटर पानी
अंगुर में स्प्राऊट का छिड़काव छटाई के 14 से 17 दिन पश्चात शुरू करे| केले में रोपन के 3 माह पश्चात तथा अन्य फसलो में फूल आने की अवस्था में छिड़काव शुरू करे|
अंगुर : 250 मिली प्रति एकड़|
कपास एवं सब्जी वाले फसल के लिये 250 मिली/एकड़|
सभी प्रकारके कीटनाशक,फफुंदनाशक वृध्दी नियामक एवं विद्राव्य उर्वरको के साथ मिला सकते है| अल्कधर्मी दवाईयो के साथ न मिलाए|