ऑर्गेनिक मल्चिंग क्या है?
ऑर्गेनिक मल्चिंग का मतलब है मिट्टी की सतह को जैविक (सड़ने योग्य) सामग्री जैसे सूखी पत्तियाँ, पुआल, घास की कतरन, कंपोस्ट, नारियल की भूसी या केले के पत्तों से ढकना। ये सामग्री मिट्टी पर एक सुरक्षात्मक परत बनाती है, जो पौधों की जड़ों और मिट्टी के सूक्ष्म जीवों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करती है।
मुख्य लाभ:
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नमी बनाए रखता है – वाष्पीकरण को कम करके मिट्टी को लंबे समय तक नम बनाए रखता है।
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घास/जंगली पौधों को नियंत्रित करता है – सूर्य की रोशनी को रोककर अनचाही घास की वृद्धि को कम करता है।
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मिट्टी का तापमान संतुलित करता है – गर्मी में मिट्टी को ठंडा और सर्दी में गर्म रखता है।
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मिट्टी की उपजाऊता बढ़ाता है – जब मल्च सड़ता है, तो यह मिट्टी में जैविक पदार्थ और पोषक तत्व मिलाता है।
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मिट्टी का कटाव रोकता है – बारिश या हवा से मिट्टी के बहाव को रोकने में मदद करता है।
सामान्य मल्चिंग सामग्री:
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गेहूं या धान का पुआल
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गन्ने की पत्तियाँ या छिलका
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केले के पत्ते या तना
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कंपोस्ट या गोबर की खाद
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बिना बीज वाली सूखी घास
कैसे लगाएँ:
फसल के चारों ओर 2 से 4 इंच मोटी मल्च की परत बिछाएं। ध्यान रखें कि सामग्री पौधे के तने को सीधे न छुए, ताकि सड़ने की संभावना न हो। जैसे-जैसे मल्च सड़ता या पतला होता है, दोबारा लगाना आवश्यक होता है।