जिकॉल में वजन के आधार पर ३९.५% जिंक होता है| जिकॉल जहां मिट्टी में जिंक की मात्रा बहुत कम है, ऐसी जमीन पर लिए जाने वाले फसलों में जिंक की कमी को पूरा करने के लिए बनाया गया विशेष फॉर्मूलेशन है| जिकॉल एक एकड़ के लिए लगने वाली मात्रा काफी कम होती है तथा इसका अवशोषण पौधे जल्दी करते हैं| साथ ही इसका परिणाम लंबे समय तक मिलता है| जिससे इसका प्रयोग फसल पर कम बार करने से भी अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं|
पर्णीय छिड़काव : ०.५ से १ मिली प्रति लीटर पानी में (१०० से २०० मिली प्रति एकड़)
कॅल्शियम तथा फास्फोरस छोड़कर अन्य सभी रसायनों के साथ मिलाकर उपयोग कर सकते हैं|