क्षारदा: खारे (क्षारीय) पानी में कॅल्शियम, मँग्नेशियम आदि पोषक तत्व अघुलनशील हो जाते है एवं उपयोग किए गए खाद पौधों को नही मिल पाते| पी.एच. 7 से कम होने पर पानी अम्लीय एवं अधिक होने पर विम्ल या क्षारीय हो जाता है| छिड़काव किए जाने वाले द्राव्य का पी.एच. 5.5 से 6.5 के बीच होना चाहिए| पानी की कठीनता (Hardness) के अनुसार क्षारदा को पानी में मिलाना चाहिए| खारे पानी की विद्युत वाहकता अधिक होने के कारण लोराईड युक्त क्षार की मात्रा बढ जाती है| ऐसा क्षारयुक्त पानी पौधों को नुकसान पहुंचाता है, तथा इस कारण छिड़काव किए गए रसायन का योग्य परिणाम नही मिल पाता| पानी की विद्युत वाहकता क्षारदा के द्वारा नियंत्रित होती है एवं उपयोग किए गए रसायन का योग्य परिणाम मिलता है|
0.5 से 1.25 मिली/लीटर पानी पानी की कठीनता एवं पी.एच. के अनुसार
क्षारदा किसी भी रसायन के साथ प्रयोग कर सकते है| दवाई या उर्वरक मिलाने से पहले क्षारदा पानी में मिलाना है|