पोषक तत्वों से भरपूर: इसमें आवश्यक अमीनो एसिड, पेप्टाइड्स और पॉलीपेप्टाइड्स होते हैं जो स्वस्थ फसलो के विकास को बढ़ावा देते हैं|
मिट्टी की उपजाऊपन को बढ़ाता है: ह्यूमिक पदार्थ मिट्टी की संरचना में सुधार करते हैं और पोषक तत्वों की उपलब्धता बढ़ाते हैं|
प्राकृतिक घटक : इसमें कार्बनिक शैवाल का अर्क होता है जो पौधों के विकास को बढ़ावा देने वाले गुणों के लिए जाना जाता है|
मिट्टी की स्थिति और फसल की आवश्यकताओं के आधार पर विशिष्ट मात्रा, जैसे| ८ - १६ किग्रा प्रति एकड़| उपयोग कैसे करें: दानों को मिट्टी की सतह पर समान रूप से फैलाएं और उन्हें ऊपरी २-४ इंच मिट्टी में मिला दें| उपयोग का सही समय: इष्टतम परिणामों के लिए रोपण के समय और प्रत्येक विशिष्ट अवधि, जैसे ४-६ सप्ताह के बाद इसका का उपयोग बढ़ते मौसम के दौरान किया जाना चाहिए|
खेत में एकसमान प्रयोग करने के लिए किसी भी उर्वरक के साथ मिला सकते है|