क्यों ज़िंक सल्फेट को फॉस्फोरस युक्त उर्वरकों के साथ नहीं मिलाना चाहिए
खेती में पोषक तत्वों को मिलाकर देना एक समझदारी भरा और समय बचाने वाला तरीका लग सकता है। लेकिन सभी उर्वरक एक-दूसरे के साथ संगत (compatible) नहीं होते। किसानों द्वारा की जाने वाली एक आम गलती है – ज़िंक सल्फेट को फॉस्फोरस युक्त उर्वरकों जैसे कि DAP, SSP या MAP के साथ मिलाना। यह संयोजन आपकी फसल को लाभ पहुंचाने की बजाय नुकसान पहुंचा सकता है।
समस्या: रासायनिक प्रतिक्रिया
जब ज़िंक सल्फेट को फॉस्फोरस वाले उर्वरकों के साथ मिलाया जाता है, तो उनमें एक रासायनिक प्रतिक्रिया होती है। ज़िंक, फॉस्फेट आयनों के साथ मिलकर ज़िंक फॉस्फेट बनाता है, जो मिट्टी में अघुलनशील (insoluble) होता है। यह तत्व मिट्टी में बंद हो जाता है और पौधों की जड़ों के लिए उपलब्ध नहीं रहता।
परिणाम: पोषक तत्वों का लॉक-अप
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ज़िंक पौधों को उपलब्ध नहीं हो पाता।
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फॉस्फोरस की प्रभावशीलता भी घट जाती है।
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पौधों में ज़िंक की कमी के लक्षण दिखते हैं जैसे:
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रुकाव वाला विकास
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नई पत्तियों में पीला पड़ना
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उत्पादन में गिरावट
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यह क्यों ज़रूरी है
ज़िंक और फॉस्फोरस दोनों ही पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्व हैं।
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ज़िंक एंजाइम क्रिया, हार्मोन निर्माण और जड़ विकास में मदद करता है।
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फॉस्फोरस जड़ वृद्धि, फूल बनना और ऊर्जा स्थानांतरण में योगदान देता है।
अगर इन दोनों में से कोई भी तत्व उपलब्ध नहीं रहता, तो फसल की सेहत बिगड़ सकती है।
सर्वोत्तम तरीका
ज़िंक और फॉस्फोरस को अलग-अलग समय पर या अलग तरीकों से दें (जैसे एक को मिट्टी से और दूसरे को पत्तों पर छिड़काव के रूप में)।
अगर दोनों तत्व मिट्टी के माध्यम से दिए जा रहे हैं, तो उनके बीच कम से कम 10–15 दिन का अंतर रखें।