फसलों में स्कॉर्चिंग क्या है ?
1. स्कॉर्चिंग क्या है?
स्कॉर्चिंग वह स्थिति है जब फसल की पत्तियाँ किनारों से सूखने या भूरे रंग की होने लगती हैं — जैसे धूप से त्वचा जल जाती है। पौधा कमजोर और मुरझाया हुआ दिखता है क्योंकि उसकी भोजन बनाने की क्षमता घट जाती है। अगर समय पर ध्यान न दिया जाए तो पैदावार पर बुरा असर पड़ता है।
2. स्कॉर्चिंग क्यों होती है?
स्कॉर्चिंग कई कारणों से होती है — कई तरह के तनाव एक साथ काम करते हैं:
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उच्च तापमान और सूखी हवाएँ – गरम और शुष्क हवा पत्तियों से नमी खींच लेती है।
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मिट्टी में नमी की कमी – जड़ें पर्याप्त पानी नहीं खींच पातीं।
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नमक का जमाव – मिट्टी या सिंचाई के पानी में अधिक नमक पत्तियों को जला देता है।
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रासायनिक नुकसान – गलत समय या अधिक मात्रा में स्प्रे करने से पत्तियाँ जल जाती हैं।
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जड़ से जुड़ी समस्याएँ – सख्त या कम हवादार मिट्टी पानी के अवशोषण को रोकती है।
3. स्कॉर्चिंग से बचाव कैसे करें:
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नियमित सिंचाई करें ताकि मिट्टी में नमी बनी रहे।
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मल्चिंग करें ताकि मिट्टी का तापमान कम और नमी स्थिर रहे।
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तेज धूप में खाद या रासायनिक स्प्रे न करें।
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एंटी-ट्रांसपिरेंट या बायोस्टिम्युलेंट का प्रयोग करें ताकि पौधे तनाव झेल सकें।
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कैल्शियम और पोटैशियम सहित संतुलित पोषण दें।