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    मिट्टी की इलेक्ट्रिकल कंडक्टिविटी (EC) — पोषण का प्रतिबिंब

    Posted on : 12 Nov 2025 By : Agri Search (India) Pvt. Ltd

    मिट्टी की इलेक्ट्रिकल कंडक्टिविटी (EC) — पोषण का प्रतिबिंब

    मिट्टी की इलेक्ट्रिकल कंडक्टिविटी (EC) यानी मिट्टी की विद्युत चालकता — जो मिट्टी में घुलित लवणों की मात्रा को दर्शाती है। जब पोषक तत्व पानी में घुलते हैं, तो वे आयन के रूप में मौजूद रहते हैं और विद्युत प्रवाह को वहन करते हैं। इसलिए EC जितनी अधिक होगी, उतनी अधिक लवण और पोषक तत्व मिट्टी में उपस्थित होंगे।

    EC मिट्टी की उर्वरता (Fertility) और लवणता (Salinity) का संकेत देती है। संतुलित EC का अर्थ है संतुलित पोषण — न अधिक लवण, न कमी। अधिकांश फसलों के लिए 1.0 से 2.0 dS/m की EC सीमा सर्वोत्तम मानी जाती है। dS/m (डेसिसीमेंस प्रति मीटर) माप की इकाई है, जो बताती है कि मिट्टी में उपस्थित लवण कितनी विद्युत वहन कर सकते हैं — यानी मिट्टी के लवणों का “विद्युत घनत्व।”

    EC जांच से खाद और सिंचाई प्रबंधन का सही निर्णय लिया जा सकता है। सिंचाई का पानी, खादों का उपयोग और मिट्टी के प्राकृतिक लवण — इन सबका संयुक्त प्रभाव EC पर दिखाई देता है। अधिक EC का अर्थ है लवणों का संचय, जिससे जड़ों की वृद्धि प्रभावित होती है; जबकि कम EC पोषक तत्वों की कमी को दर्शाती है। इसलिए हर किसान को अपनी मिट्टी की EC नियमित रूप से जांचनी चाहिए।

    मिट्टी की EC उसकी पोषण स्थिति और लवणता का दर्पण है। संतुलित EC बनाए रखना फसलों की स्वस्थ वृद्धि और अधिक उत्पादन की कुंजी है।