अंगूर का ममीफिकेशन: बागों में पाई जाने वाली एक आम समस्या
अंगूर का ममीफिकेशन वह अवस्था है जिसमें स्वस्थ बेरी धीरे-धीरे सिकुड़ जाती हैं, सूख जाती हैं और कटाई से पहले कठोर, किशमिश जैसी बन जाती हैं। रसदार फल बनने के बजाय उनमें से नमी निकल जाती है, जिससे वे बिक्री और प्रोसेसिंग के लिए अनुपयोगी हो जाती हैं। इससे उपज और गुणवत्ता दोनों पर बड़ा असर पड़ता है।
यह क्यों होता है?
ममीफिकेशन आमतौर पर तब शुरू होता है जब बेल पर तनाव बढ़ जाता है।
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पाउडरी मिल्ड्यू जैसे फफूंद रोग दाने की त्वचा को नुकसान पहुँचाते हैं, जिससे नमी तेजी से बाहर निकलती है।
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अनियमित या कम सिंचाई होने पर पौधा दानों से ही नमी खींच लेता है, जिससे वे सूख जाते हैं।
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कॅल्शियम या पोटैशियम की कमी से दाने की संरचना कमजोर हो जाती है।
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कीट दानों पर घाव बनाते हैं या संक्रमण फैलाते हैं, जिससे सूखने की प्रक्रिया तेज होती है।
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अधिक गर्मी और खराब वेंटिलेशन नमी के नुकसान को और बढ़ाते हैं।
ममीफिकेशन कैसे कम करें?
किसान कुछ आसान उपाय अपनाकर इस समस्या को नियंत्रित कर सकते हैं:
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दाने के विकास के समय नियमित और पर्याप्त सिंचाई करें।
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फफूंद रोग नियंत्रण के लिए सुरक्षात्मक स्प्रे शेड्यूल का पालन करें।
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मिट्टी व पर्णीय पोषण के माध्यम से संतुलित खाद दें।
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कीटों का समय पर नियंत्रण करें।
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बेहतर हवा चलन के लिए उचित कैनोपी मैनेजमेंट रखें।