गेंदा की खेती – अनार में निमेटोड नियंत्रण का प्राकृतिक तरीका
निमेटोड (Nematodes) अनार के बागों के छुपे हुए बड़े दुश्मन हैं। ये सूक्ष्म कृमि जड़ों पर हमला करके गांठें बना देते हैं, पौधे की वृद्धि रुक जाती है, पत्ते पीले पड़ जाते हैं और फल उत्पादन घट जाता है। रासायनिक नियंत्रण महंगा और मिट्टी के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इसका एक आसान और प्राकृतिक उपाय है – बाग में गेंदा (Tagetes spp.) की खेती करना।
गेंदा कैसे मदद करता है
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गेंदा की जड़ों से प्राकृतिक रसायन (थायोफिन्स) निकलते हैं जो निमेटोड के लिए विषैले होते हैं।
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निमेटोड गेंदा की जड़ों की ओर आकर्षित होते हैं लेकिन अपना जीवनचक्र पूरा नहीं कर पाते, जिससे उनकी संख्या कम हो जाती है।
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गेंदा को हरी खाद के रूप में मिट्टी में मिलाने से मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ बढ़ता है और सूक्ष्मजीवों की सक्रियता सुधरती है।
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अनार की कतारों के बीच लगातार गेंदा लगाने से हर साल निमेटोड का प्रकोप कम होता है।
व्यावहारिक सुझाव
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गेंदा की बुवाई अनार की रोपाई से पहले या साथ में करें।
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कतारों के बीच या मेड़ पर गेंदा लगाएं।
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60–70 दिन बाद गेंदा के पौधों को उखाड़कर मिट्टी में मिला दें ताकि निमेटोड नियंत्रण का असर अधिक हो।
फायदे
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निमेटोड का नुकसान प्राकृतिक तरीके से कम होता है।
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जड़ों का स्वास्थ्य और पौधे की वृद्धि बेहतर होती है।
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रासायनिक निमेटिसाइड पर निर्भरता घटती है।
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कम खर्चीला और पर्यावरण के अनुकूल उपाय।