कॉपर – पौधों के लिए तिहरी शक्ति
कॉपर किसान की किट में सबसे शक्तिशाली तत्वों में से एक है। यह फसल की देखभाल में तीन मुख्य भूमिकाएं निभाता है – सूक्ष्म पोषक तत्व, फफूंदनाशक और जीवाणुनाशक। यह एक ही तत्व पौधों की सेहत को जड़ से लेकर फल तक मजबूत बनाता है।
1. पोषक तत्व के रूप में कॉपर
कॉपर प्रकाश संश्लेषण, एंजाइम की क्रिया और प्रोटीन निर्माण में सहायक होता है। यह पौधों की कोशिकाओं को मजबूत करता है और उनकी समग्र वृद्धि को बेहतर बनाता है। इसकी कमी से पत्तियों का पीला पड़ना, उनका मुड़ना और फूलों की कमी हो सकती है।
2. फफूंदनाशक के रूप में कॉपर
कॉपर ऑक्सीक्लोराइड जैसे फफूंदनाशक पत्तियों पर एक सुरक्षात्मक परत बनाते हैं जो फफूंद के बीजाणुओं को संपर्क में आते ही खत्म कर देते हैं। यह ब्लाइट, रस्ट, मिल्ड्यू और कई अन्य बीमारियों पर असरदार होता है।
3. जीवाणुनाशक के रूप में कॉपर
कॉपर जीवाणु कोशिकाओं को तोड़ता है और बैक्टीरियल ब्लाइट व कैन्कर जैसे संक्रमण को रोकता है। इसे टमाटर, मिर्च, केला, अनार और साइट्रस जैसी फसलों में सफलतापूर्वक इस्तेमाल किया जाता है।
कॉपर को क्यों चुनें?
● तिहरा लाभ – वृद्धि, सुरक्षा और उत्पादन
● जैविक और पारंपरिक खेती दोनों में उपयोग
● व्यापक असर और लंबा प्रभाव
● कई फसलों के लिए उपयुक्त
उपयोग के सुझाव
● सही मात्रा में प्रयोग करें, अधिक न करें
● ठंडे समय पर छिड़काव करें
● अन्य उत्पादों के साथ अदल-बदल कर छिड़काव करें ताकि प्रभाव बना रहे