जिंकॉल – स्वस्थ मक्का और अधिक उत्पादन के लिए उन्नत जिंक स्प्रे
मक्का की खेती में जिंक की कमी एक छुपी हुई और आम समस्या है। किसान पर्याप्त NPK खाद देने के बावजूद भी मिट्टी में जिंक की कमी के कारण पत्तियां पीली पड़ जाती हैं, जड़ें और तना कमजोर रह जाते हैं और दाने ठीक से नहीं भरते। इसका सीधा असर पैदावार और गुणवत्ता पर पड़ता है। इस कमी को सही समय पर ठीक करना अधिकतम उत्पादन के लिए बेहद ज़रूरी है।
जिंकॉल क्या है
जिंकॉल एक उन्नत सूक्ष्म पोषक तत्व स्प्रे है, जिसमें 39.5% जिंक ऑक्साइड (Suspension Concentrate – SC) रूप में मौजूद है। इसके सूक्ष्म कण पत्तियों के द्वारा तेजी से अवशोषित होते हैं और पारंपरिक उत्पादों की तुलना में जिंक की कमी को ज्यादा तेज़ी और प्रभावी ढंग से ठीक करते हैं।
मक्का पर जिंकॉल के फायदे
जिंक की कमी को जल्दी ठीक करता है और पत्तियों की हरियाली बढ़ाता है।
जड़ों और तनों की वृद्धि में सुधार करता है, जिससे पौधे मजबूत बनते हैं।
परागण और दाने भरने की प्रक्रिया में सुधार कर बड़े और समान आकार के भुट्टे बनते हैं।
उत्पादन और गुणवत्ता में स्पष्ट सुधार दिखाई देता है।
जिंकॉल का प्रभावी उपयोग कैसे करें
मात्रा – प्रति एकड़ 500 से 600 ml फोलियर स्प्रे करें।
पहला स्प्रे – जब मक्का घुटने की ऊंचाई पर हो।
दूसरा स्प्रे – तस्सलिंग या फूल आने के समय।
मिश्रण – अधिकांश खाद और कीटनाशकों के साथ संगत (स्प्रे से पहले जार टेस्ट करें)।
खेत के परिणाम
जिन किसानों ने जिंकॉल का उपयोग किया, उन्हें कुछ ही दिनों में पत्तियों का तेज़ी से हरा होना, पौधों की बढ़वार और बड़े भुट्टे बनने के परिणाम मिले। जिंकॉल न इस्तेमाल किए गए खेतों की तुलना में उत्पादन में साफ अंतर दिखाई दिया।
जिंकॉल क्यों चुनें
उच्च सांद्रता (39.5% जिंक ऑक्साइड)
उन्नत SC तकनीक से बेहतर अवशोषण और तेज़ परिणाम
आसान उपयोग और विभिन्न मिट्टियों में मक्का पर सिद्ध प्रभावी
जिंकॉल – मक्का की सेहत सुधारने, दाने भरने और अधिक पैदावार के लिए किसानों का भरोसेमंद समाधान।