आपको कैल्शियम नाइट्रेट और मैग्नीशियम सल्फेट क्यों नहीं मिलाना चाहिए
आधुनिक कृषि में, कैल्शियम नाइट्रेट और मैग्नीशियम सल्फेट जैसे जल में घुलनशील उर्वरक फर्टिगेशन या फोलियर स्प्रे के माध्यम से पोषक तत्वों को प्रभावी ढंग से पहुंचाने के लिए आमतौर पर उपयोग किए जाते हैं। लेकिन इन दोनों उर्वरकों को एक ही टैंक में मिलाने से अप्रत्याशित समस्याएँ हो सकती हैं।
इस समस्या के पीछे का विज्ञान:
कैल्शियम नाइट्रेट फसलों को कैल्शियम (Ca) और त्वरित सक्रिय नाइट्रेट नाइट्रोजन (NO₃⁻) प्रदान करता है।
मैग्नीशियम सल्फेट मैग्नीशियम (Mg) और सल्फर (S) देता है, जो प्रकाश संश्लेषण और प्रोटीन निर्माण के लिए आवश्यक हैं।
जब इन दोनों उर्वरकों को संकेंद्रित रूप में मिलाया जाता है, तो कैल्शियम आयन कैल्शियम नाइट्रेट से और सल्फेट आयन मैग्नीशियम सल्फेट से प्रतिक्रिया करते हैं। यह प्रतिक्रिया कैल्शियम सल्फेट बनाती है, जो पानी में कम घुलनशील होता है।
परिणामस्वरूप:
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सफेद ठोस जमाव (जिसे सामान्यतः जिप्सम कहा जाता है) बनता है
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ड्रिप लाइन, फिल्टर, और स्प्रे नोजल बंद हो सकते हैं
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पौधों तक पोषक तत्वों की उपलब्धता कम हो जाती है
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उर्वरक की कार्यक्षमता घट जाती है
उर्वरक के उपयोग के लिए सर्वोत्तम उपाय
यदि आपकी फसल को कैल्शियम और मैग्नीशियम दोनों की आवश्यकता है:
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फर्टिगेशन के लिए अलग-अलग टैंक का उपयोग करें:
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एक कैल्शियम नाइट्रेट के लिए
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दूसरा मैग्नीशियम सल्फेट के लिए
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या यदि आप केवल एक टैंक का उपयोग कर रहे हैं या मैनुअल तरीके से उर्वरक डाल रहे हैं, तो उन्हें अलग-अलग समय पर डालें।