मक्का के पत्ते बैंगनी क्यों हो रहे हैं? जानिए इसकी असली वजह
अगर आपकी मक्का की फसल में पत्ते बैंगनी या लाल रंग के दिखाई दे रहे हैं, तो यह कोई किस्म की विशेषता नहीं है—बल्कि यह एक चेतावनी संकेत है।
इसका मतलब है कि आपकी फसल को फॉस्फोरस की कमी हो रही है। यह एक आम लेकिन गंभीर समस्या है, जो समय पर ठीक न की जाए तो उत्पादन पर बड़ा असर डाल सकती है।
फॉस्फोरस क्या करता है?
फॉस्फोरस पौधों के लिए एक जरूरी पोषक तत्व है, जो इन कामों में मदद करता है:
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जड़ों का विकास
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पौधे के अंदर ऊर्जा का संचार
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शुरुआती वृद्धि में स्वस्थ विकास
जब फॉस्फोरस की मात्रा कम हो जाती है, तो पौधों की बढ़वार धीमी हो जाती है, वे कमजोर दिखते हैं और पत्ते—खासतौर से पुराने पत्ते—बैंगनी रंग के होने लगते हैं।
फॉस्फोरस की कमी क्यों होती है?
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मिट्टी में फॉस्फोरस का स्तर कम होना
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शुरुआती ठंडा मौसम (जिसमें जड़ें पोषक तत्व नहीं ले पातीं)
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खराब गुणवत्ता या असंतुलित उर्वरक
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सख्त या दबाई गई मिट्टी, जिससे जड़ें ठीक से नहीं फैल पातीं
अगर इसे नजरअंदाज किया तो क्या होगा?
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पौधे की वृद्धि रुक जाती है
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भुट्टे छोटे बनते हैं या बनते ही नहीं
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कमजोर जड़ प्रणाली
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कटाई के समय उत्पादन में भारी गिरावट
समाधान क्या है?
ऐसा उर्वरक उपयोग करें जो पौधों को उपलब्ध रूप में फॉस्फोरस प्रदान करे, ताकि पौधे उसे जल्दी से ग्रहण कर सकें।
Agri Search का PhosMagic – भरोसेमंद समाधान
PhosMagic एक तैयार-उपयोग फॉस्फोरस युक्त उत्पाद है, जो इस समस्या को तेज़ी से दूर करने में मदद करता है।
???? फायदे:
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उपलब्ध रूप में फॉस्फोरस
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मजबूत जड़ों का विकास
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ठंडी या सख्त मिट्टी में भी असरदार
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पौधे की संपूर्ण सेहत और अंतिम उपज में सुधार
आप इसे बेसल डोज, ड्रिप या फोलियर स्प्रे के रूप में, फसल के स्टेज के अनुसार इस्तेमाल कर सकते हैं।