कैल्केरियस मिट्टी एक प्रकार की मिट्टी है जिसमें कैल्शियम कार्बोनेट (CaCO₃) की उच्च मात्रा होती है, जो सामान्यतः चूना पत्थर, चाक और मार्ल में पाया जाता है। यह मिट्टी आमतौर पर क्षारीय होती है और इसका pH मान 7 से ऊपर होता है, जिससे यह अन्य प्रकार की मिट्टियों की तुलना में कम अम्लीय होती है।
कैल्केरियस मिट्टी की प्रमुख विशेषताएँ:
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उच्च कैल्शियम सामग्री: कैल्शियम कार्बोनेट की उपस्थिति इस मिट्टी को विशेष बनाती है। यह मिट्टी को अधिक उपजाऊ बनाने में मदद करता है, लेकिन यह अन्य पोषक तत्वों की उपलब्धता को भी प्रभावित करता है।
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क्षारीय स्वभाव: कैल्केरियस मिट्टी में उच्च pH स्तर होता है, जिससे आयरन, फास्फोरस और मैंगनीज जैसे कुछ पोषक तत्वों की उपलब्धता सीमित हो सकती है।
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अच्छी जल निकासी: इस मिट्टी में आमतौर पर अच्छी जल निकासी होती है क्योंकि इसकी बनावट मोटी होती है, जो जलभराव को रोकती है और जड़ों की वृद्धि को प्रोत्साहित करती है।
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खनिजों से भरपूर: कैल्केरियस मिट्टी खनिजों से समृद्ध होती है, जो इसे कुछ फसलों को उगाने के लिए लाभकारी बनाती है, जो क्षारीय परिस्थितियों में अच्छे से बढ़ती हैं, जैसे कि अंगूर, जैतून और गोभी।
कैल्केरियस मिट्टी में खेती:
जहां कैल्केरियस मिट्टी के कई फायदे हैं, वहीं यह कुछ फसलों के लिए चुनौतीपूर्ण भी हो सकती है। उदाहरण के तौर पर, जिन पौधों को अम्लीय मिट्टी पसंद होती है, उनके लिए यहां वृद्धि करना मुश्किल हो सकता है। किसानों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे पोषक तत्वों के स्तर की निगरानी करें और आवश्यकतानुसार बदलाव करें, जो अक्सर उर्वरक के उपयोग या pH समायोजन के माध्यम से किया जाता है।