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  • उर्वरक डालते समय किसानों द्वारा की जाने वाली 5 आम गलतियाँ

    उर्वरक डालते समय किसानों द्वारा की जाने वाली 5 आम गलतियाँ

    Posted on : 06 Apr 2025 By : Agri Search (India) Pvt. Ltd.

    उर्वरक डालते समय किसानों द्वारा की जाने वाली 5 आम गलतियाँ

    फसल की अच्छी वृद्धि के लिए उर्वरक जरूरी होते हैं, लेकिन कुछ आम गलतियाँ उनकी प्रभावशीलता को कम कर सकती हैं। यहां पाँच मुख्य बिंदु दिए गए हैं, जिन्हें हर किसान को ध्यान में रखना चाहिए:


    1. मृदा परीक्षण न कराना
    बिना मृदा परीक्षण के उर्वरक डालना पोषक तत्वों की असंतुलित आपूर्ति या बर्बादी का कारण बनता है।
    सुझाव: हर सीजन की शुरुआत में मृदा परीक्षण कराएं और उसी के अनुसार उर्वरक योजना बनाएं।


    2. गलत समय पर उर्वरक डालना
    बहुत जल्दी या बहुत देर से उर्वरक डालने से पौधे उन्हें सही समय पर नहीं ले पाते।
    सुझाव: उर्वरक हमेशा फसल की मुख्य वृद्धि अवस्थाओं जैसे कि प्रारंभिक विकास, फूल आने और फल बनने के समय पर ही डालें।


    3. पोषक तत्वों का असंतुलित उपयोग
    केवल नाइट्रोजन (जैसे यूरिया) पर ज़्यादा ध्यान देना और फास्फोरस, पोटाश या सूक्ष्म पोषक तत्वों को नज़रअंदाज़ करना पौधों को कमजोर बना सकता है।
    सुझाव: फसल और मृदा की जरूरतों के अनुसार संतुलित एनपीके और सूक्ष्म पोषक तत्वों का उपयोग करें।


    4. गलत तरीके से उर्वरक डालना
    उर्वरक को सतह पर बिखेरने से वह वाष्पित हो सकता है या बारिश में बह सकता है।
    सुझाव: उर्वरक को जड़ों के पास डालें या ड्रिप/फर्टिगेशन/फोलियर स्प्रे जैसे आधुनिक तरीकों का उपयोग करें।


    5. जैविक स्रोतों की अनदेखी
    केवल रासायनिक उर्वरकों पर निर्भर रहना मृदा की गुणवत्ता को समय के साथ खराब कर सकता है।
    सुझाव: रासायनिक उर्वरकों के साथ-साथ कम्पोस्ट, बायोफर्टिलाइज़र या मृदा सुधारकों का भी प्रयोग करें।