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  • हल्दी और अदरक में राइजोम रोग

    हल्दी और अदरक में राइजोम रोग

    Posted on : 03 Oct 2025 By : Agri Search (India) Pvt. Ltd

    हल्दी और अदरक में राइजोम रोग

    हल्दी और अदरक उच्च मूल्य वाले फसल हैं, लेकिन राइजोम रोग आपकी फसल और आय को प्रभावित कर सकता है। यह रोग मुख्य रूप से जड़ों (राइजोम) को प्रभावित करता है और इसके लिए जिम्मेदार मुख्य फंगस हैं: Pythium spp., Fusarium spp., और Rhizoctonia solani.

    लक्षण:

    • पत्तियाँ पीली होना और झुकना।

    • नरम, गीली और बदबूदार जड़ें।

    • पौधों की बढ़त धीमी होना या रुक जाना।

    • जड़ काटने पर काले धब्बे दिखना।

    मुख्य कारण:

    • पानी जमा होने वाली या खराब नमी वाली मिट्टी।

    • संक्रमित जड़ों का रोपण।

    • लगातार उसी खेत में हल्दी या अदरक की खेती।

    • उच्च आर्द्रता और भारी बारिश।

    व्यावहारिक उपाय:

     

    1. स्वस्थ जड़ें लगाएँ:

      • मजबूत और रोग-मुक्त जड़ें चुनें।

      • टूटी या नरम जड़ों से बचें।

    2. रोपाई से पहले मिट्टी की देखभाल:

      • मिट्टी में Trichoderma या Carbendazim/Mancozeb जैसे फंगिसाइड का प्रयोग करें।

      • मिट्टी में पर्याप्त हवा हो, इसका ध्यान रखें।

    3. सही दूरी और जल निकासी:

      • पौधों के बीच 30–45 सेमी की दूरी रखें।

      • जलजमाव न होने दें; ऊँची बेडिंग लाभदायक है।

    4. फसल चक्र (Crop Rotation):

      • फंगस के स्तर को कम करने के लिए अनाज या दाल जैसी फसलें लगाएँ।

    5. जड़ों का फंगिसाइड उपचार:

      • रोपाई से पहले जड़ों को 0.1% Carbendazim या Mancozeb घोल में डुबाएँ।

    6. खेत की सफाई:

      • संक्रमित जड़ों को तुरंत निकालकर नष्ट करें।

      • पौधों के अवशेष खेत में न छोड़ें।