कोकोपीट : उपयोग और लाभ
कोकोपीट, जिसे कोयर पिठ भी कहा जाता है, नारियल के छिलकों से बना एक नरम और स्पंजी पदार्थ है। यह आजकल किसानों, बागवानों और नर्सरी संचालकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। सामान्य मिट्टी की तुलना में कोकोपीट हल्का, पर्यावरण के अनुकूल है और पौधों की वृद्धि में बहुत मदद करता है।
कोकोपीट के उपयोग
मृदा सुधारक (Soil Conditioner)
कोकोपीट मिट्टी की संरचना को बेहतर बनाता है। जब इसे सामान्य मिट्टी के साथ मिलाया जाता है, तो यह मिट्टी में हवा के संचार और जल धारण क्षमता को बढ़ाता है, जिससे जड़ों की वृद्धि बेहतर होती है।
बीज अंकुरण (Seed Germination)
अपने मुलायम बनावट और नमी को बनाए रखने की क्षमता के कारण कोकोपीट नर्सरी में बीज जमाने के लिए बहुत उपयोगी होता है। यह नई जड़ों को बेहतर शुरुआत देता है।
पॉटिंग मिक्स (Potting Mix)
यह इनडोर और आउटडोर पौधों के लिए पॉटिंग मिक्स का एक सामान्य घटक होता है। यह मिट्टी को भुरभुरा बनाए रखता है और अतिरिक्त पानी को अच्छी तरह से निकाल देता है।
हाइड्रोपोनिक्स (Hydroponics)
कोकोपीट का उपयोग हाइड्रोपोनिक सिस्टम में भी किया जाता है, जहां पौधों को बिना मिट्टी के उगाया जाता है।
कोकोपीट के लाभ
उत्कृष्ट जल धारण क्षमता
कोकोपीट अपने वजन से 8 से 10 गुना अधिक पानी को रोक सकता है। इससे पौधों को लंबे समय तक नमी मिलती रहती है और बार-बार पानी देने की जरूरत कम होती है।
पर्यावरण के अनुकूल
यह नारियल उद्योग का एक उप-उत्पाद है और आसानी से नष्ट होने योग्य (बायोडीग्रेडेबल) होता है, जिससे यह पीट मॉस का एक टिकाऊ विकल्प बन जाता है।
मिट्टी के सख्त होने से रोकता है
यह मिट्टी को सख्त नहीं होने देता, जिससे पौधों की जड़ें आसानी से सांस ले सकती हैं और पोषक तत्वों को अच्छे से सोख सकती हैं।
रोग-मुक्त माध्यम
कोकोपीट स्वाभाविक रूप से कीटों और फफूंद संक्रमण से प्रतिरोधी होता है, जिससे पौधों को एक स्वस्थ वातावरण मिलता है।