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  • शिमला मिर्च की खेती में छोटे इंटरनोड (Short Internode ) के लाभ

    शिमला मिर्च की खेती में छोटे इंटरनोड (Short Internode ) के लाभ

    Posted on : 18 Jun 2025 By : Agri Search (India) Pvt. Ltd

    शिमला मिर्च की खेती में छोटे इंटरनोड (Short Internode ) के लाभ

    शिमला मिर्च, जिसे बेल पेपर (Bell Pepper) भी कहा जाता है, एक ऐसा फसल है जिसे अधिक उत्पादन और बेहतर गुणवत्ता के लिए सावधानीपूर्वक प्रबंधन की आवश्यकता होती है। इसकी उपज को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण कारक है – इंटरनोड की लंबाई। इंटरनोड वह जगह होती है जो दो पत्तों या शाखाओं के बीच होती है। जब यह दूरी कम होती है, तो किसानों को इसके कई फायदे मिलते हैं।

    1. सघन और प्रबंधनीय पौधा संरचना
    छोटे इंटरनोड वाले पौधे अधिक कॉम्पैक्ट यानी सघन होते हैं। ऐसे पौधों का रखरखाव आसान होता है, खासकर पॉलीहाउस या शेडनेट की खेती में। इससे ज्यादा घनत्व में पौधे लगाए जा सकते हैं, यानी कम जगह में अधिक पौधे।

    2. कम ऊँचाई में ज्यादा फूल आने की संभावना
    छोटे इंटरनोड के कारण पौधे की कम ऊंचाई में ही अधिक गांठें (नोड्स) बनती हैं। हर गांठ फूल आने का स्थान होती है। इससे ज्यादा फूल और फल बनने की संभावना होती है, जिससे उत्पादन बढ़ता है।

    3. बेहतर हवा का प्रवाह और सूर्यप्रकाश का प्रवेश
    कॉम्पैक्ट पौधों की वजह से पौधों के बीच हवा अच्छे से घूमती है और सूर्य का प्रकाश पौधे के अंदर तक पहुँचता है। इससे फफूंद जैसे रोगों की संभावना कम हो जाती है और पौधा स्वस्थ रहता है।

    4. झुकने और गिरने का खतरा कम होता है
    छोटे इंटरनोड वाले पौधे मजबूत और सीधे बढ़ते हैं। फल आने के बाद भी ये पौधे आसानी से झुकते या गिरते नहीं, खासकर खुले खेतों में जहाँ तेज हवा या बारिश हो सकती है।

    5. छिड़काव और कटाई में आसानी
    छोटे और समान ऊँचाई के पौधों में दवाओं का छिड़काव और कटाई करना आसान होता है। इससे काम की गति बढ़ती है और श्रम की आवश्यकता कम होती है।


    छोटे इंटरनोड कैसे प्राप्त करें?
    छोटे इंटरनोड को बढ़ावा देने के लिए संतुलित पोषण जरूरी है। विशेष रूप से कैल्शियम, पोटैशियम और सूक्ष्म पोषक तत्वों का सही मात्रा में उपयोग करना चाहिए। कुछ विशेष ग्रेड के खाद और बायोस्टिमुलेंट्स भी पौधे की वृद्धि को नियंत्रित करते हैं और पौधों को मजबूत बनाते हैं।