मल्चिंग पेपर खरीदते समय बचें ये 5 गलतियां
मल्चिंग पेपर खेती और बागवानी में बहुत मददगार होता है। यह मिट्टी में नमी बनाए रखता है, खरपतवार उगने से रोकता है, और मिट्टी के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करता है। लेकिन अगर आप गलत प्रकार चुनते हैं या गलत तरीके से इस्तेमाल करते हैं, तो यह अच्छा परिणाम नहीं देगा। मल्चिंग पेपर खरीदते समय इन 5 आम गलतियों से बचें:
1. गलत प्रकार का चयन करना
मल्चिंग पेपर कई प्रकार के होते हैं — जैव विघटनीय (biodegradable), प्लास्टिक आधारित आदि। गलत प्रकार चुनने से यह आपके मौसम और पर्यावरण के अनुसार काम नहीं करेगा या पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकता है।
कैसे बचें: अपनी फसल, मौसम और खेती की स्थिति के हिसाब से सही प्रकार चुनें। यदि पर्यावरण के प्रति जागरूक हैं, तो जैव विघटनीय मल्चिंग पेपर का उपयोग करें। स्थानीय विशेषज्ञ से सलाह लेना भी फायदेमंद होता है।
2. मिट्टी और मौसम की अनदेखी करना
मिट्टी का प्रकार (रेतीली, चिकनी, मिश्रित) और स्थानीय मौसम (बारिश, तापमान) मल्चिंग पेपर की प्रभावशीलता और टिकाऊपन पर असर डालते हैं।
कैसे बचें: अपनी जमीन की मिट्टी और स्थानीय मौसम की जानकारी लेकर उसी अनुसार मल्चिंग पेपर चुनें।
3. मोटाई और मजबूती को नजरअंदाज करना
मल्चिंग पेपर अलग-अलग मोटाई में आता है। बहुत पतला पेपर जल्दी फट सकता है, जबकि बहुत मोटा पेपर संभालने में मुश्किल और महंगा हो सकता है।
कैसे बचें: अपनी फसल के बढ़ने के समय को ध्यान में रखते हुए मोटाई चुनें। जल्दी बढ़ने वाली फसलों के लिए पतला पेपर ठीक रहता है, और लंबे समय वाली फसलों के लिए मजबूत और मोटा पेपर बेहतर होता है।
4. गलत तरीके से इंस्टालेशन
मल्चिंग पेपर सही तरीके से नहीं लगाया गया तो इसका असर कम हो जाता है। अगर पेपर ठीक से नहीं बिछाया गया या किनारे ठीक से बंद नहीं किए गए तो खरपतवार उग सकते हैं, मिट्टी की नमी खो सकती है।
कैसे बचें: मिट्टी को साफ और समतल करें, फिर मल्चिंग पेपर को अच्छी तरह फैलाएं। किनारों को मजबूती से बंद करें ताकि हवा से पेपर उड़ न जाए। लगाने के दौरान सावधानी बरतें।
5. पर्यावरणीय प्रभाव और निपटान की अनदेखी
प्लास्टिक मल्चिंग पेपर सही तरीके से नष्ट न किया गया तो पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकता है।
कैसे बचें: जहां संभव हो जैव विघटनीय या कम्पोस्टेबल मल्चिंग पेपर का चुनाव करें। उपयोग के बाद उचित तरीके से निपटान के नियमों का पालन करें।